tag:blogger.com,1999:blog-222277738948751203.post4499294822399892039..comments2023-05-11T19:14:24.547+05:30Comments on The princess of Words: Cow slaughter : Crime or business?फ़िरदौस ख़ानhttp://www.blogger.com/profile/09716330130297518352noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-222277738948751203.post-21943990396651079572011-11-07T21:00:49.387+05:302011-11-07T21:00:49.387+05:30विचारणीय लेख,विचारणीय लेख,SANDEEP PANWARhttps://www.blogger.com/profile/06123246062111427832noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-222277738948751203.post-82265269806754202682011-09-10T23:42:26.762+05:302011-09-10T23:42:26.762+05:30यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है की गाय माता की याद स...यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है की गाय माता की याद सिर्फ राजनितिक फायदे के समय ही याद आती है ... वि. हि. प. ने गाय के नाम पर राजनीति के अलावा शायद ही कुछ किया हो... गाय हत्या का विषय समाज में वैमनस्य फैलाने के लिए बहुत ही प्रायोजित ढंग से किया जाता रहा है... जैसा की मैं पहले भी कहता रहा हूँ की यह विषय सिर्फ गाय तक ही सीमित नहीं रहना चाहिए बल्कि बाकी जीव हत्याओं पर भी लगाम लगानी चाहिए.. मै उम्मीद करता हूँ की आप के इस लेख से कुछ लोग तो यथार्थ से जरुर वाकिफ हो जायेंगे और कुछ अच्छी पहल करेंगे ....Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/14371787742599091123noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-222277738948751203.post-91720984900492572552011-02-19T19:23:55.485+05:302011-02-19T19:23:55.485+05:30फिरदौस जी ! नमस्कार !
जो दूसरे प्राणियों के अहित स...फिरदौस जी ! नमस्कार !<br />जो दूसरे प्राणियों के अहित से अपना हित saadhate हैं unका कोee धर्म नहीं होता. <br />बात हिन्दू या मुस्लिम की नहीं .......एक अर्थशास्त्र की है ....गाय इस देश के अर्थशास्त्र का एक हिस्सा है. आज खेतों में बैलों का स्थान ट्रैक्टर्स ने ले लिया है ....और गोबर की कम्पोस्ट की जगह केमिकल फ़र्टीलाइज़र्स ने ....दूध और खोये की जगह भी नकली चीज़ें आ गयी हैं .....सरकार के साथ-साथ जनता का भी जागरूक होकर पहल करना ज़रूरी है.बस्तर की अभिव्यक्ति जैसे कोई झरनाhttps://www.blogger.com/profile/11751508655295186269noreply@blogger.com